छत्तीसगढ़ के बलौदा बाजार जिले के ग्राम दतरंगी के निवासी उत्तम कुमार साहू ने 14 मार्च 2014 को संत रामपाल जी महाराज से नाम दीक्षा ली। इससे पहले उनका जीवन देवी-देवताओं की पूजा और निरंतर परेशानियों से भरा हुआ था। उनकी भक्ति साधना और जीवन में आए अद्भुत बदलावों की यह प्रेरणादायक कहानी है।
पूर्व की भक्ति साधना और समस्याएं
उत्तम कुमार साहू ने बताया कि नाम दीक्षा लेने से पहले वे हिंदू धर्म में प्रचलित सभी देवी-देवताओं की पूजा करते थे। वे शंकर भगवान, दुर्गा जी, और गणेश जी की आराधना करते थे। हालांकि, इन साधनाओं से उन्हें कोई लाभ नहीं हुआ, बल्कि उनकी समस्याएं और बढ़ गईं।
उनकी बड़ी बेटी भुवनेश्वरी को गंभीर सिरदर्द की समस्या थी, जो स्कूल में भी असहनीय हो जाती थी। उन्होंने डॉक्टरों और झाड़-फूंक करने वालों के पास इलाज कराया, लेकिन कहीं से भी राहत नहीं मिली।
संत रामपाल जी महाराज की शरण में आने का निर्णय
उनके परिचित चीनू दास ने उन्हें संत रामपाल जी महाराज के सतलोक आश्रम जाने की सलाह दी। उनकी बेटी की गंभीर स्थिति को देखते हुए, उत्तम कुमार साहू ने संत रामपाल जी महाराज के शरण में जाने का निर्णय लिया। उन्होंने सतलोक आश्रम बरवाला में पहुंचकर नाम दीक्षा ली।
नाम दीक्षा के बाद हुए लाभ
- बेटी की बीमारी से मुक्ति:
- उनकी बेटी भुवनेश्वरी, जो सिरदर्द की समस्या से जूझ रही थी, संत रामपाल जी महाराज की कृपा से पूरी तरह ठीक हो गई। अब उसे सिरदर्द के लिए कोई दवा लेने की आवश्यकता नहीं पड़ती।
- मां को जीवनदान:
- 2015 में उनकी मां को हार्ट अटैक हुआ और वे मृतप्राय हो गईं। संत रामपाल जी महाराज के रामेणी पाठ के माध्यम से उनकी मां ने फिर से होश में आकर सांस लेना शुरू किया। उन्होंने स्वयं कहा कि उन्हें परमात्मा ने जीवनदान दिया है।
- आर्थिक और पारिवारिक उन्नति:
- उत्तम कुमार साहू ने घर में पानी के लिए एक बोरवेल खुदवाया। प्रारंभ में उसमें पानी नहीं निकला, लेकिन संत रामपाल जी महाराज की कृपा से बोरवेल में प्रचुर मात्रा में पानी उपलब्ध हुआ, जो आज तक जारी है।
- छोटे-छोटे चमत्कार:
- उनके जीवन में नियमित रूप से कई छोटे-छोटे लाभ होते रहे, जो उनके विश्वास को और मजबूत करते हैं।
दर्शकों के लिए संदेश
उत्तम कुमार साहू ने उन सभी लोगों से आग्रह किया जो किसी न किसी समस्या से जूझ रहे हैं, कि वे संत रामपाल जी महाराज के सत्संग सुनें और उनके ज्ञान को समझें। उन्होंने कहा कि जो लोग परमात्मा की शरण में आएंगे, वे उनके जैसे लाभ प्राप्त करेंगे और एक सुखमय जीवन व्यतीत करेंगे।
संत रामपाल जी महाराज से जुड़ने का तरीका
संत रामपाल जी महाराज के सत्संग टीवी चैनलों, यूट्यूब, और फेसबुक पर देखे जा सकते हैं। सत्संग के दौरान दिखाए गए पीले पट्टी में दिए गए नंबरों पर कॉल करके निकटतम नामदान केंद्र से संपर्क कर सकते हैं।
निष्कर्ष
उत्तम कुमार साहू की कहानी यह प्रमाणित करती है कि सच्चे गुरु की शरण में आने से असंभव समस्याएं भी हल हो सकती हैं। संत रामपाल जी महाराज की कृपा से उनके जीवन की सभी समस्याएं समाप्त हो गईं और उन्होंने एक सुखमय और शांतिपूर्ण जीवन पाया।