छत्तीसगढ़ के ग्राम गोविंदा, थाना बमड़ी, जिला जहांगीर चांपा के निवासी प्यारेलाल पटेल ने 1 मई 2018 को संत रामपाल जी महाराज से नाम दीक्षा ली। उनका जीवन इससे पहले विभिन्न भक्ति साधनाओं, तंत्र-मंत्र, और गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं के कारण कष्टों से भरा हुआ था। लेकिन संत रामपाल जी महाराज से नाम दीक्षा लेने के बाद उनके जीवन में अद्भुत बदलाव आए। यह उनकी प्रेरणादायक कहानी है।
भक्ति साधना और स्वास्थ्य समस्याएं
प्यारेलाल पटेल ने बताया कि बचपन से ही वे परंपरागत भक्ति साधनाओं में लीन थे। उन्होंने ब्राह्मण गुरु से “ओम नमः शिवाय” का मंत्र लिया, बजरंगबली का व्रत किया और मां दुर्गा की साधना की। उन्होंने 28 मंगल व्रतों का उद्यापन किया, लेकिन इससे उन्हें कोई लाभ नहीं हुआ।
उनके स्वास्थ्य की स्थिति अत्यंत खराब हो चुकी थी।
- रीढ़ की हड्डी की समस्या: डॉक्टरों ने बताया कि उनकी रीढ़ की हड्डी घुलकर गिर रही है और ऑपरेशन ही एकमात्र उपाय है।
- शुगर की बीमारी: आठ-नौ साल से शुगर की समस्या थी, जिससे उनका स्वास्थ्य बिगड़ता गया।
- मानसिक परेशानी: वे मानसिक रूप से इतने अस्थिर हो गए थे कि 13-14 साल तक नींद की गोलियों के बिना सो नहीं सकते थे।
- जादू-टोना का प्रकोप: वे तांत्रिकों और मंदिरों में जाकर उपाय करते रहे, लेकिन उनकी समस्याएं बढ़ती गईं।
संत रामपाल जी महाराज की शरण में आना
प्यारेलाल पटेल ने बताया कि उनके जीवन में एक दिन ऐसा मोड़ आया जब मां दुर्गा ने स्वयं उन्हें संत रामपाल जी महाराज की शरण में जाने की सलाह दी। मां दुर्गा ने उन्हें बताया कि वे जन्म और मृत्यु के चक्र से मुक्त नहीं कर सकतीं और केवल संत रामपाल जी महाराज ही सच्चे गुरु हैं जो उन्हें मोक्ष दिला सकते हैं।
उसी समय, प्यारेलाल पटेल ने टीवी पर संत रामपाल जी महाराज का सत्संग देखा, जिसमें उन्होंने धर्मग्रंथों से प्रमाण देकर सच्ची भक्ति विधि और पूर्ण परमात्मा की पहचान कराई। इससे प्रेरित होकर उन्होंने संत रामपाल जी महाराज से नाम दीक्षा ली।
नाम दीक्षा के बाद हुए लाभ
- रीढ़ की हड्डी की समस्या से मुक्ति:
- बिना किसी ऑपरेशन और दवाई के उनकी रीढ़ की हड्डी की समस्या ठीक हो गई।
- शुगर की बीमारी ठीक:
- नाम दीक्षा के तीन महीने बाद उनकी शुगर की समस्या पूरी तरह ठीक हो गई। अब वे हर प्रकार का भोजन करते हैं और उनकी शुगर लेवल सामान्य है।
- मानसिक स्वास्थ्य में सुधार:
- दीक्षा लेने के बाद, उन्होंने नींद की गोलियों का सेवन पूरी तरह बंद कर दिया और अब उन्हें गहरी नींद आती है।
- आर्थिक स्थिति में सुधार:
- संत रामपाल जी महाराज की कृपा से उनका आर्थिक संकट समाप्त हो गया। साढ़े पांच लाख का कर्ज उतर गया और उन्होंने एक नई दुकान बनाई।
- सुख-शांति का अनुभव:
- उनके परिवार में सुख-शांति है और सभी सदस्य संत रामपाल जी महाराज के बताए मार्ग पर चल रहे हैं।
दर्शकों के लिए संदेश
प्यारेलाल पटेल ने उन सभी लोगों से अपील की जो किसी भी समस्या से जूझ रहे हैं, कि वे संत रामपाल जी महाराज का ज्ञान समझें और उनके बताए भक्ति मार्ग पर चलें। उन्होंने कहा, “संत रामपाल जी महाराज की शरण में आने से हर समस्या का समाधान संभव है।”
संत रामपाल जी महाराज से जुड़ने का तरीका
संत रामपाल जी महाराज के सत्संग टीवी चैनलों, यूट्यूब, और फेसबुक पर देखे जा सकते हैं। सत्संग के दौरान दिखाई जाने वाली पीली पट्टी पर दिए गए नंबरों पर संपर्क करके निकटतम नामदान केंद्र से संपर्क किया जा सकता है।
निष्कर्ष
प्यारेलाल पटेल की कहानी यह प्रमाणित करती है कि सच्चे गुरु की शरण में आने से असंभव समस्याएं भी हल हो सकती हैं। संत रामपाल जी महाराज की कृपा से उन्होंने न केवल अपनी बीमारियों से छुटकारा पाया, बल्कि एक शांतिपूर्ण और सुखमय जीवन जीने का मार्ग भी पाया।