संत रामपाल जी महाराज से नाम दीक्षा लेने के बाद कैसे बदली ऋतु वर्मा जी की ज़िंदगी: एक साक्षात्कार

संत रामपाल जी महाराज से नाम दीक्षा लेने के बाद कैसे बदली ऋतु वर्मा जी की ज़िंदगी: एक साक्षात्कार

परिचय

यह साक्षात्कार छत्तीसगढ़ के बलौदा बाजार जिले के सूरजपुरा गाँव की रहने वाली ऋतु वर्मा जी के साथ है। उन्होंने 19 सितंबर 2020 को संत रामपाल जी महाराज से नाम दीक्षा ली। दीक्षा लेने से पहले वे हिंदू धर्म की परंपरागत पूजा-पाठ और व्रत करती थीं। उनके जीवन में भक्ति और स्वास्थ्य से जुड़े अनेक बदलाव आए। आइए उनकी पूरी कहानी जानते हैं।


ऋतु वर्मा जी की भक्ति यात्रा

ऋतु वर्मा जी ने बताया कि दीक्षा लेने से पहले वे देवी-देवताओं की पूजा करती थीं। वे सोमवार, दुर्गा माता, साईं बाबा, और शनिदेव का व्रत रखती थीं। तीर्थ स्थानों की यात्रा और अन्य धार्मिक कर्मकांड भी करती थीं। लेकिन इसके बावजूद उन्हें शारीरिक कष्टों से राहत नहीं मिली।

उनकी जिंदगी में बदलाव तब आया जब उनके पति “जीने की राह” नामक पुस्तक लेकर आए। इस पुस्तक ने उन्हें संत रामपाल जी महाराज के ज्ञान से अवगत कराया। उन्होंने बताया:

“पुस्तक पढ़ने के बाद मुझे समझ में आया कि संत रामपाल जी महाराज ही पूर्ण परमात्मा हैं। कबीर साहेब ही सृष्टि के रचनहार हैं।”

इसके बाद उन्होंने सत्संग देखना शुरू किया और संत रामपाल जी महाराज की शरण में आ गईं।


संत रामपाल जी महाराज की शरण में आने के बाद प्राप्त लाभ

ऋतु वर्मा जी ने बताया कि संत रामपाल जी महाराज की दीक्षा लेने के बाद उन्हें कई चमत्कारी लाभ प्राप्त हुए।

1. कैंसर से चमत्कारिक मुक्ति:

उनके गले में कैंसर था। डॉक्टरों ने कहा था कि इसका ऑपरेशन ही एकमात्र इलाज है। उन्होंने डॉक्टर की सलाह को नजरअंदाज करते हुए पूरी श्रद्धा से संत रामपाल जी महाराज से प्रार्थना की। उन्होंने बताया:

“डॉक्टर ने कहा था कि ऑपरेशन के बिना मेरा कैंसर ठीक नहीं होगा। लेकिन मैंने संत रामपाल जी महाराज से मन ही मन अरदास लगाई। बिना दवाई और ऑपरेशन के, कैंसर अपने आप ठीक हो गया। आज मैं पूरी तरह स्वस्थ हूं।”

2. गांठ का बिना ऑपरेशन इलाज:

गले में गांठ थी, जिसे डॉक्टरों ने ऑपरेशन से ही ठीक होने की बात कही थी। उन्होंने बताया:

“मैंने संत रामपाल जी महाराज से प्रार्थना की। एक हफ्ते के भीतर, वह गांठ अपने आप फूट गई और ठीक हो गई।”

3. अन्य शारीरिक कष्टों से मुक्ति:

दीक्षा लेने से पहले उन्हें सिर, छाती और कमर में दर्द की समस्या रहती थी। लेकिन भक्ति करने से ये समस्याएँ भी पूरी तरह ठीक हो गईं।


ऋतु वर्मा जी का संदेश

ऋतु वर्मा जी ने दर्शकों को संदेश दिया:

“अगर आप किसी बीमारी या समस्या से परेशान हैं, तो संत रामपाल जी महाराज से नाम दीक्षा लें। उनकी शरण में आने से आपका भी कल्याण होगा, जैसे मेरा हुआ।”

संत रामपाल जी महाराज से नाम दीक्षा कैसे लें?

उन्होंने बताया कि विभिन्न चैनलों पर संत रामपाल जी महाराज का सत्संग प्रसारित होता है। सत्संग के दौरान स्क्रीन पर दिखने वाली पीली पट्टी में दिए गए नंबर पर संपर्क कर आप नाम दीक्षा प्राप्त कर सकते हैं।


निष्कर्ष

यह साक्षात्कार ऋतु वर्मा जी के जीवन में संत रामपाल जी महाराज की दीक्षा से आए अद्भुत बदलाव को दर्शाता है। यदि आप भी अपने जीवन में सुख-शांति और स्वास्थ्य समस्याओं का समाधान चाहते हैं, तो संत रामपाल जी महाराज की शरण में जाकर नाम दीक्षा लें।

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