संत रामपाल जी महाराज के तत्वज्ञान ने जीवन को कैसे बदला: रूमित कुमार साहू की प्रेरणादायक कहानी

संत रामपाल जी महाराज के तत्वज्ञान ने जीवन को कैसे बदला: रूमित कुमार साहू की प्रेरणादायक कहानी

यह कहानी रूमित कुमार साहू जी की है, जो छत्तीसगढ़ के भिलाई, जिला दुर्ग से हैं। जीवन में भक्ति के सही मार्ग की तलाश और मोक्ष की प्राप्ति के सवाल ने उन्हें कई जगहों पर भटकाया। लेकिन संत रामपाल जी महाराज के सत्संग और तत्वज्ञान से उनका जीवन पूरी तरह बदल गया। आज वे एक Assistant Professor और Research Scholar हैं।


भक्ति की तलाश: सही ज्ञान की खोज

रूमित जी का जीवन भक्ति के प्रति समर्पित था:

  • वे दामाखेड़ा पंथ से जुड़े हुए थे।
  • आसाराम बापू, दादा भगवान, और अन्य प्रवचनों से ज्ञान प्राप्त करने का प्रयास किया।
  • हनुमान जी, साईं बाबा, और अन्य देवी-देवताओं की पूजा करते हुए व्रत और साधनाएँ भी कीं।
  • बचपन से ही भक्ति की चाह थी, लेकिन मोक्ष का रास्ता नहीं मिल रहा था।

संत रामपाल जी महाराज की शरण में आने का निर्णय

उनकी माता जी ने साधना चैनल पर संत रामपाल जी महाराज का सत्संग सुनना शुरू किया।

“मम्मी ने बताया कि गुरुजी शास्त्रों के प्रमाण से भक्ति की सही विधि बता रहे हैं।”

रूमित जी ने ज्ञान गंगा पुस्तक पढ़ी और सृष्टि रचना से उन्हें सही भक्ति का मार्ग समझ में आया।

“मैंने संत रामपाल जी महाराज से 12 फरवरी 2013 को नाम दीक्षा ली।”


नाम दीक्षा लेने के बाद चमत्कारी लाभ

  1. शिक्षा और करियर में सफलता:
    • औसत छात्र होने के बावजूद MBA में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया।
    • University competition में पहला स्थान और Best Student Award प्राप्त किया।
    • NET क्वालिफाई करके Assistant Professor बने।
    • PhD Scholar के रूप में भी सफलता पाई।
  2. नशे और विकारों से मुक्ति:
    • कॉलेज के दिनों में किसी भी नशे में नहीं पड़े, जो उनकी भक्ति का परिणाम था।
  3. जीवन की सुरक्षा:
    • एक बार सड़क दुर्घटना के समय सिर की चोट से परमात्मा ने उनकी रक्षा की।
    • हाथ की अकड़न और पीड़ा के समय केवल भक्ति से उन्हें राहत मिली।

समाज को संदेश: युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणा

रूमित जी ने युवाओं को संदेश देते हुए कहा:

“भक्ति की कोई उम्र नहीं होती। आज ही सही ज्ञान को समझें और संत रामपाल जी महाराज से नाम दीक्षा लेकर अपने जीवन को सफल बनाएं।”

उन्होंने यह भी कहा कि:

“ज्ञान गंगा और जीने की राह पुस्तकें पढ़ें। ये पुस्तकें आपको मोक्ष का सही रास्ता बताएंगी।”

संत रामपाल जी महाराज से कैसे जुड़ें?

  1. सत्संग टीवी चैनलों पर प्रसारित होते हैं।
  2. सत्संग के दौरान पीली पट्टी में संपर्क नंबर दिए जाते हैं।
  3. उन नंबरों पर कॉल करके नजदीकी नाम दीक्षा केंद्र का पता करें।
  4. सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर Sant Rampal Ji Maharaj सर्च करके जानकारी प्राप्त करें।

निष्कर्ष

रूमित कुमार साहू जी का जीवन प्रमाणित करता है कि संत रामपाल जी महाराज के तत्वज्ञान के माध्यम से सही भक्ति और मोक्ष का मार्ग मिल सकता है। उनकी सफलता और आध्यात्मिक अनुभव हर युवा के लिए प्रेरणा का स्रोत है।

“संत रामपाल जी महाराज के बताए गए भक्ति मार्ग से जीवन के सभी कष्टों का समाधान संभव है।”

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