बिलासपुर की शीतल कोराम, संत रामपाल जी महाराज की शरण में आने से पहले शारीरिक दर्द और घर की प्रेत बाधा जैसी परेशानियों से जूझ रही थीं। संत रामपाल जी महाराज से जुड़ने के बाद उनके जीवन में अद्भुत परिवर्तन आए।
संत रामपाल जी महाराज से जुड़ने का कारण और लाभ
1. शारीरिक दर्द से मुक्ति:
- कॉलेज से घर लौटने पर पैरों में अत्यधिक दर्द रहता था।
- हर रात उनकी मम्मी उनके पैर दबाती थीं, ताकि वह सो सकें।
- संत रामपाल जी महाराज से जुड़ने के बाद: अब वह बिना किसी परेशानी के चल-फिर सकती हैं और अपना काम आसानी से कर पाती हैं।
2. प्रेत बाधा और मानसिक अशांति का समाधान:
- घर में प्रेत बाधा के कारण असामान्य घटनाएं होती थीं।
- उनकी मम्मी को सपने में भूत-प्रेत दिखते थे, जिससे घर में डर और असुविधा का माहौल बना रहता था।
- संत रामपाल जी महाराज की कृपा से: घर की सभी प्रेत बाधाएं समाप्त हो गईं, और परिवार अब शांति से जीवन व्यतीत कर रहा है।
संदेश: संत रामपाल जी महाराज की कृपा का महत्व
शीतल कोराम का संदेश है:
“संत रामपाल जी महाराज की शरण में आने से सभी प्रकार की शारीरिक और मानसिक समस्याओं का समाधान संभव है। पूर्ण परमात्मा की भक्ति करें और अपने जीवन को खुशहाल बनाएं।”
कैसे लें नाम दीक्षा?
- टीवी चैनल्स पर सत्संग देखें:
- सत्संग के दौरान स्क्रीन पर दिखाए गए फोन नंबर पर संपर्क करें।
- सोशल मीडिया:
- यूट्यूब, फेसबुक, और ट्विटर पर “Sant Rampal Ji Maharaj” सर्च करें।
- नजदीकी नाम दीक्षा केंद्र:
- अपने क्षेत्र के नाम दीक्षा केंद्र का पता लगाकर जुड़ें।
निष्कर्ष
शीतल कोराम का अनुभव यह दर्शाता है कि संत रामपाल जी महाराज की कृपा से जटिल शारीरिक और मानसिक समस्याओं का समाधान संभव है। उनके जीवन में शांति और सुख लौट आया है।
“संत रामपाल जी महाराज से जुड़ें और अपने जीवन को खुशहाल बनाएं।”