गुटखा और नशे की लत ने मेरी ज़िंदगी को पूरी तरह से बर्बाद कर दिया था। मैं इतना गुटखा खाता था कि एक बार थूकता, तो दूसरा मुंह में डाल लेता। मेरे दोनों गालों में चौबीस घंटे छाले रहते थे। हालात ये हो गई थी कि खाना भी ठीक से नहीं खा पाता था। इस आदत की वजह से मेरे घर में हमेशा झगड़े होते थे। पत्नी के हाथों का बना खाना मुझे अच्छा नहीं लगता था, और मैं अक्सर चिल्ला कर शिकायत करता था। मेरी गलत संगति ने मुझे गुटखे के साथ-साथ शराब और मांस खाने का आदी बना दिया था।
संत रामपाल जी महाराज की शरण में आने का फैसला
मेरे जीवन में बदलाव तब आया जब मुझे संत रामपाल जी महाराज के बारे में पता चला। उनकी शरण में जाने के बाद मैंने 5 जनवरी 2020 को नाम दीक्षा ली। जैसे ही मैंने नाम दीक्षा ली, मेरे अंदर एक अद्भुत परिवर्तन हुआ। मुझे ऐसा लगा जैसे मेरे सारे बुरे आदतें मुझसे कोसों दूर चली गईं।
गुटखा और नशा हमेशा के लिए छूट गया
संत रामपाल जी महाराज की शरण में आने के बाद, मैंने गुटखे को छुआ तक नहीं। शराब और मांस खाने की आदत भी पूरी तरह से छूट गई। अब मैं न खुद गुटखा खाता हूं और न किसी को लाने या खाने में सहयोग करता हूं। मेरा जीवन पूरी तरह से बदल चुका है।
परिवार में शांति और खुशहाली
मुझे सबसे बड़ा लाभ यह हुआ कि मेरे घर में झगड़े खत्म हो गए। अब मैं अपनी पत्नी के बनाए खाने की तारीफ करता हूं। मेरी सेहत में भी काफी सुधार हुआ है। छाले जो पहले हमेशा रहते थे, अब पूरी तरह से ठीक हो चुके हैं।
संत रामपाल जी महाराज की भक्ति से हुआ बदलाव
संत रामपाल जी महाराज की बताई भक्ति साधना करने से मुझे मानसिक शांति और आत्मिक संतोष मिला। उनका ज्ञान और शरण में आने का फैसला मेरी जिंदगी का सबसे बड़ा मोड़ साबित हुआ।
आप भी लें नाम दीक्षा और बदलें अपना जीवन
यदि आप भी किसी बुरी लत से परेशान हैं और जीवन में सच्ची शांति पाना चाहते हैं, तो संत रामपाल जी महाराज की शरण में आइए। आज ही उनके सत्संग सुनें और नाम दीक्षा लेकर अपना जीवन बदलें।
संत रामपाल जी महाराज से नाम दीक्षा कैसे लें?
अगर आप भी अपने जीवन की समस्याओं से मुक्ति चाहते हैं, तो संत रामपाल जी महाराज से नाम दीक्षा लें। अधिक जानकारी के लिए जगतगुरु संत रामपाल जी महाराज की आधिकारिक वेबसाइट पर विजिट करें।
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