पारंपरिक भक्ति से मिली निराशा जानें पतिराम दास का अनुभव1920

पारंपरिक पूजा से निराशा के बाद, कैसे बदल गई पतिराम दास की किस्मत

पतिराम दास, ग्राम सेरना भाटा, जिला दुर्ग, छत्तीसगढ़ के निवासी, ने 38 वर्षों तक गायत्री परिवार की भक्ति और पारंपरिक देवी-देवताओं की पूजा की। उन्होंने गांव में कई बार यज्ञ भी करवाए और मंत्र-जाप, हवन जैसी साधनाओं में भाग लिया। लेकिन उनकी समस्याओं का समाधान नहीं हुआ। उन्हें गायत्री परिवार के कथनी और करनी में अंतर नजर आया, जिससे उनका विश्वास डगमगा गया।

संत रामपाल जी महाराज की शरण में आने का सफर
पतिराम दास की स्थिति इतनी खराब हो गई थी कि साइटिका बीमारी के कारण वह झुककर चलते थे। एक भक्त ने उन्हें “ज्ञान गंगा” और अन्य ग्रंथों के माध्यम से संत रामपाल जी महाराज के शास्त्र-सम्मत ज्ञान से अवगत कराया। उन्होंने संत रामपाल जी महाराज से नाम दीक्षा लेने का निर्णय लिया।

नाम दीक्षा के बाद मिले चमत्कारी लाभ

  1. साइटिका का चमत्कारिक इलाज:
    डॉक्टरों ने बताया था कि उनकी रीढ़ की हड्डी (L3 और L4) में गैप है, जो कभी ठीक नहीं हो सकता। लेकिन संत रामपाल जी महाराज से नाम दीक्षा लेने के बाद, उनकी साइटिका पूरी तरह ठीक हो गई। अब वह बिना किसी दवाई के स्वस्थ जीवन जी रहे हैं।
  2. सिकलसेल बीमारी का समाधान:
    उनके नाती को सिकलसेल बीमारी थी, जो डॉक्टरों के अनुसार 35 वर्ष की उम्र तक दवाई से ही ठीक हो सकती थी। लेकिन संत रामपाल जी महाराज की कृपा से बच्चा पूरी तरह स्वस्थ हो गया और अब बिना किसी दवाई के सामान्य जीवन जी रहा है।
  3. गंभीर दुर्घटनाओं से सुरक्षा:
    उनकी पत्नी 11 फीट की ऊंचाई से गिरीं लेकिन उन्हें कोई गंभीर चोट नहीं आई। यह चमत्कारिक सुरक्षा संत रामपाल जी महाराज की कृपा का परिणाम है।
  4. हर्निया का इलाज:
    पतिराम दास को हर्निया की समस्या थी, जिसका ऑपरेशन डॉक्टरों ने उनकी उम्र के कारण खारिज कर दिया था। लेकिन गुरुजी की कृपा से उनका सफल ऑपरेशन हुआ और अब वह पूरी तरह स्वस्थ हैं।
  5. जल समस्या का समाधान:
    एक समय उनके घर में ट्यूबवेल से पानी आना बंद हो गया था। प्रार्थना के बाद अचानक लाल पानी निकला और उनकी पानी की समस्या का समाधान हो गया।
  6. आध्यात्मिक लाभ:
    सबसे बड़ा लाभ उन्हें यह हुआ कि उन्हें परमात्मा का सच्चा ज्ञान प्राप्त हुआ। उन्होंने जाना कि ब्रह्मा, विष्णु, महेश, और देवी-देवता भी पूर्ण परमात्मा कबीर साहेब की ही रचना हैं।

संत रामपाल जी महाराज का संदेश:
संत रामपाल जी महाराज यह सिखाते हैं कि शास्त्र-सम्मत भक्ति से ही समस्याओं का समाधान संभव है। उनकी शरण में आने से पतिराम दास को शारीरिक, मानसिक, और आर्थिक सभी समस्याओं से छुटकारा मिला।नाम दीक्षा कैसे लें?
अगर आप भी अपनी समस्याओं का समाधान चाहते हैं, तो संत रामपाल जी महाराज से नाम दीक्षा लें। विभिन्न चैनलों पर प्रसारित सत्संग के दौरान पट्टी में दिए गए नंबर पर संपर्क करें और अपने नजदीकी नामदान केंद्र का पता लगाएं।

संत रामपाल जी महाराज से नामदीक्षा कैसे लें?

अगर आप भी अपने जीवन की समस्याओं से मुक्ति चाहते हैं, तो संत रामपाल जी महाराज से नाम दीक्षा लें। अधिक जानकारी के लिए जगतगुरु संत रामपाल जी महाराज की आधिकारिक वेबसाइट पर विजिट करें।

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