Changes in life after taking shelter of Sant Rampal Ji Maharaj – Inspirational story of Lakshman Gujar

Sant Rampal Ji Maharaj की शरण में आने के बाद जीवन में आए बदलाव – Lakshman Gujar की प्रेरणादायक कहानी

Pune, Maharashtra से आए Lakshman Gujar का आध्यात्मिक सफर

Lakshman Gujar, जो Pune, Maharashtra से हैं, अपने जीवन में पहले सभी देवी-देवताओं की पूजा करते थे। उनके परिवार की पारंपरिक मान्यता Devnarayan Bhagwan की पूजा करने की थी। वे हिंदू धर्म से जुड़े होने के कारण विभिन्न देवी-देवताओं की भक्ति में लीन थे, लेकिन इसके बावजूद उनके जीवन में सुख-शांति नहीं थी।

भक्ति करते-करते भी उनके घर में झगड़े, परेशानियाँ और कई समस्याएँ बनी रहती थीं। उन्होंने कई तरह की साधनाएँ अपनाईं, लेकिन उन्हें कोई विशेष लाभ नहीं मिला। इसी कारण उन्होंने सोचना शुरू किया कि क्या वास्तव में कोई ऐसा परमात्मा है, जो इन सभी समस्याओं को समाप्त कर सकता है?

Sant Rampal Ji Maharaj के ज्ञान से परिचय

Lakshman Gujar को अपने ऑफिस में काम करने वाले Aryan Das नाम के व्यक्ति के माध्यम से Gyan Ganga पुस्तक मिली। उन्होंने इस पुस्तक को पढ़ा और इसमें यह जानकारी मिली कि Sant Rampal Ji Maharaj से Naam Diksha लेने के बाद कितनी भी भयंकर बीमारी क्यों न हो, वह ठीक हो सकती है।

इस पुस्तक को पढ़ने के बाद Lakshman Ji के मन में जिज्ञासा जागी और उन्होंने फैसला किया कि वे Satguru Rampal Ji Maharaj की शरण लेंगे। वे Satlok Ashram, Barwala पहुँचे और वहाँ का वातावरण देखकर बहुत प्रभावित हुए। उन्होंने उसी दिन 30 May 2012 को Naam Diksha ली।

Naam Diksha लेने के बाद, उन्होंने अपने परिवार को फोन कर बताया कि उन्हें साक्षात भगवान मिल गए हैं, और अब वे सच्ची भक्ति के मार्ग पर चलेंगे।

Maharashtra के अन्य धर्मगुरुओं से Naam Diksha क्यों नहीं ली?

जब उनसे पूछा गया कि उन्होंने Maharashtra के किसी धर्मगुरु से Naam Diksha क्यों नहीं ली, तो उन्होंने उत्तर दिया कि Sant Rampal Ji Maharaj वेद, गीता, बाइबल, पुराण सहित सभी धार्मिक ग्रंथों के प्रमाण के अनुसार भक्ति बताते हैं।

उनका कहना था कि जो ज्ञान पूर्ण शास्त्र-सम्मत हो, वही सच्चा ज्ञान होता है। जब उन्होंने देखा कि Sant Rampal Ji Maharaj सभी धार्मिक ग्रंथों के आधार पर प्रमाणिक रूप से ज्ञान दे रहे हैं, तो उन्हें समझ आ गया कि यही पूर्ण गुरु हैं, और इन्हीं से दीक्षा लेना उचित है।

Naam Diksha लेने के बाद हुए चमत्कारी लाभ

Lakshman Ji को Naam Diksha लेने से पहले गंभीर शारीरिक समस्याएँ थीं। उनके नस में रक्त रुक गया था, जिसकी वजह से डॉक्टरों ने बताया कि सिर्फ ऑपरेशन ही इसका समाधान है।

  • उन्होंने Sonography करवाई, जिसमें डॉक्टरों ने उन्हें अत्यंत गंभीर स्थिति बताई और ऑपरेशन करने की सलाह दी।
  • उन्होंने ऑपरेशन करवाया, लेकिन इससे कोई लाभ नहीं हुआ।
  • वे Rajasthan Hospital गए, जहाँ डॉक्टरों ने कहा कि या तो दूसरा ऑपरेशन करवाना होगा या जीवनभर यह दर्द सहना पड़ेगा।
  • Ahmedabad में भी Sonography करवाई, लेकिन डॉक्टरों का जवाब वही रहा – “यह दर्द अब जीवनभर रहेगा।”

उनकी आर्थिक स्थिति पहले से ही बहुत खराब थी। इलाज के लिए उन्होंने ₹40,000-₹50,000 खर्च कर दिए, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ।

आखिरकार, उन्होंने Sant Rampal Ji Maharaj से प्रार्थना की। महाराज जी ने कहा, “भक्ति करो – दया होगी।”

Lakshman Ji ने पूर्ण विश्वास के साथ Bhakti करनी शुरू की, और कुछ ही समय में उनकी बीमारी पूरी तरह ठीक हो गई।

पिताजी के Paralysis का चमत्कारिक इलाज

Lakshman Ji के पिता Paralysis से पीड़ित हो गए थे। डॉक्टरों ने कह दिया था कि अब वे नहीं बचेंगे। परिवार के सभी सदस्य निराश थे।

Lakshman Ji को जब यह खबर मिली, तो उन्होंने Sant Rampal Ji Maharaj से प्रार्थना की। महाराज जी ने उन्हें आशीर्वाद दिया और कहा, “बच्चा ठीक हो जाएगा”

  • उन्होंने अपने पिता से कहा कि Sant Rampal Ji Maharaj से प्रार्थना करें।
  • डॉक्टरों ने कहा था कि उनके पिता के बचने की कोई संभावना नहीं है, लेकिन महाराज जी की कृपा से वे पूरी तरह ठीक हो गए।
  • उनके गाँव में ऐसे ही 4-5 और लोग Paralysis से पीड़ित थे, लेकिन उनमें से कोई ठीक नहीं हुआ।
  • केवल उनके पिता की ही बीमारी पूर्ण रूप से समाप्त हो गई।

आर्थिक स्थिति में सुधार 

Lakshman Ji की आर्थिक स्थिति भी बहुत खराब थी।

  • उनका ₹5-6 लाख का कर्ज था।
  • नौकरी नहीं थी, घर में शांति नहीं थी, और पूरे परिवार में तनाव बना रहता था।
  • उन्होंने Sant Rampal Ji Maharaj की कृपा से Bhakti करना शुरू किया, और धीरे-धीरे उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार आने लगा।
  • महाराज जी की कृपा से Pune में उन्हें एक अच्छी Salesman की Job मिली।
  • उन्होंने अपना कपड़ों का व्यवसाय शुरू किया, जिससे आर्थिक स्थिति पहले से बहुत बेहतर हो गई।

Naam Diksha लेने के बाद, उनका परिवार झगड़े और कलह से मुक्त होकर सुख-शांति से रहने लगा।

भक्त समाज के लिए संदेश

Lakshman Ji का सभी भक्त समाज के लिए यही संदेश है कि सिर्फ Sant Rampal Ji Maharaj ही Shastra-Anusaar Bhakti का मार्ग दिखाते हैं।

  • वे कहते हैं कि सभी लोग TV Channels पर आने वाले Maharaj Ji के Pravachan देखें।
  • जो लोग और अधिक जानकारी चाहते हैं, वे YouTube पर ‘Satlok Ashram’ Channel पर Satsang देख सकते हैं।
  • ज्ञान गंगा पुस्तक मंगाकर, सभी को इसका अध्ययन करना चाहिए।
  • यदि कोई Naam Diksha लेना चाहता है, तो TV Channels पर दिए गए Contact Numbers पर कॉल करके आसानी से नाम दीक्षा प्राप्त कर सकता है।

निष्कर्ष

Lakshman Ji की यह कहानी दर्शाती है कि जब इंसान सच्चे गुरु के पास जाता है, तो उसका जीवन पूरी तरह बदल सकता है।

  • Naam Diksha लेने के बाद उनकी गंभीर बीमारियाँ ठीक हुईं।
  • उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार हुआ।
  • परिवार में सुख-शांति आई।
  • Sant Rampal Ji Maharaj की कृपा से उनके पिता Paralysis से ठीक हो गए।

आज वे पूर्ण विश्वास के साथ Bhakti कर रहे हैं और सभी से यही आग्रह करते हैं कि वे भी सतगुरु की शरण में आएं और अपने जीवन को सफल बनाएं।

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