Miraculous benefits in life after coming under the shelter of Sant Rampal Ji Maharaj – Experience of Lukesh Das Ji

Sant Rampal Ji Maharaj की शरण में आने के बाद जीवन में चमत्कारी लाभ – Lukesh Das जी का अनुभव

District Rajnandgaon, Chhattisgarh के Lukesh Das जी ने अपने जीवन के संघर्षों और Sant Rampal Ji Maharaj की शरण में आने के बाद हुए चमत्कारी लाभों को साझा किया।

पारंपरिक भक्ति से Sant Rampal Ji Maharaj की शरण तक का सफर

Lukesh Das जी ने बताया कि 1 मार्च 2014 को उन्होंने Sant Rampal Ji Maharaj से Naam Diksha ली। इससे पहले –

• वे पहले से Kabir Panthi परिवार से थे और Satnami Panth से जुड़े हुए थे।

• छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध संत Guru Ghasidas जी की भक्ति करते थे।

• Guru Ghasidas जी की कुछ वाणियाँ उन्हें अधूरी लगती थीं और कई प्रश्न अनसुलझे थे।

• TV चैनल बदलते समय उनके पिताजी ने Sant Rampal Ji Maharaj का Satsang देखा।

• Guru Ghasidas जी की वाणी और Sant Rampal Ji Maharaj के ज्ञान में समानता दिखी, लेकिन पूर्ण ज्ञान संत रामपाल जी महाराज के पास मिला।

• संत रामपाल जी महाराज ने बताया कि “Satnam विश्व में मेरे अतिरिक्त और किसी के पास नहीं है” और उन्होंने प्रमाणित किया कि पूर्ण मोक्ष केवल सतभक्ति से ही संभव है।

• Satsang सुनने के बाद विश्वास हुआ कि केवल Sant Rampal Ji Maharaj ही सच्चे संत हैं और उनसे Naam Diksha ली।

Naam Diksha लेने के बाद हुए चमत्कारी लाभ

1. जन्मजात निमोनिया पूरी तरह ठीक हुआ

• बचपन से ही निमोनिया था और हर साल सर्दी-जुकाम बना रहता था।

• कई डॉक्टरों को दिखाया लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ।

• Naam Diksha लेने के बाद बिना किसी दवा के यह समस्या पूरी तरह खत्म हो गई।

2. माँ की बच्चेदानी का ऑपरेशन बचा और बिना इलाज ठीक हो गईं

• 2017 में उनकी माँ को कमर के दाहिने हिस्से में असहनीय दर्द होने लगा।

• प्राथमिक इलाज से कोई फायदा नहीं हुआ, डॉक्टरों ने X-ray और Sonography कराने को कहा।

• रिपोर्ट में आया कि बच्चेदानी में 6 mm का मांस का टुकड़ा चिपक गया है और इसे ऑपरेशन से निकालना होगा।

• ऑपरेशन का खर्च 40,000 रुपये बताया गया और यह भी कहा कि यह कैंसर में बदल सकता है।

• पिताजी ने Sant Rampal Ji Maharaj से प्रार्थना की और गुरुजी ने कहा, “भक्ति करते रहो, परमात्मा पर विश्वास रखो।”

• Naam Diksha के बाद भक्ति जारी रखी और बिना किसी ऑपरेशन या दवा के माँ पूरी तरह ठीक हो गईं।

3. पिता की पुरानी बवासीर की बीमारी पूरी तरह खत्म हो गई 

• Naam Diksha लेने के बाद यह बीमारी बिना किसी दवा के पूरी तरह ठीक हो गई।

Naam Diksha कैसे लें?

जब Anchor ने पूछा कि “Sant Rampal Ji Maharaj से Naam Diksha कैसे ली जा सकती है?”, तो Lukesh Das जी ने बताया कि –

1. TV Channels पर Sant Rampal Ji Maharaj का Satsang आता है, जिसमें पीली पट्टी (Yellow Scrolling Line) में नंबर दिया होता है।

2. उस नंबर पर Call या SMS करके Gyan Ganga और Jeene Ki Raah पुस्तकें मंगवाएँ।

3. इन पुस्तकों को पढ़ें और अपने शास्त्रों से तुलना करें।

4. नजदीकी Naam Diksha Kendra का पता लेकर वहाँ जाएं और Naam Diksha प्राप्त करें।

Lukesh Das जी का यह अनुभव प्रमाणित करता है कि –

• Naam Diksha लेने के बाद जन्मजात निमोनिया बिना दवा के ठीक हो गया।

• माँ की बच्चेदानी में 6 mm का टुकड़ा बिना किसी ऑपरेशन के ठीक हो गया।

• पिता की 3 साल पुरानी बवासीर की बीमारी बिना किसी इलाज के पूरी तरह खत्म हो गई।

• संत रामपाल जी महाराज की भक्ति से आर्थिक, शारीरिक और आध्यात्मिक लाभ मिले।

यदि आप भी स्वास्थ्य समस्याओं, आर्थिक संकट, पारिवारिक अशांति या किसी गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं, तो Sant Rampal Ji Maharaj से Naam Diksha लेकर Satbhakti करें और अपने जीवन को सुखमय बनाएं।

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