ममता साहू की कहानी एक ऐसे संघर्ष की दास्तान है, जिसमें आस्था, भक्ति और अंत में चमत्कारी परिवर्तन शामिल हैं। छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के छोटे से गांव चीचा की रहने वाली ममता ने वर्षों तक भक्ति साधना की, लेकिन फिर भी उन्हें जीवन में बहुत कष्ट झेलने पड़े।
भक्ति का सफर
ममता ने बताया कि संत रामपाल जी महाराज से नाम दीक्षा लेने से पहले उन्होंने सभी देवी-देवताओं की भक्ति की। उन्होंने साईं बाबा की उपासना की और शिव भगवान के प्रति भी अपनी श्रद्धा जताई। लेकिन उनके जीवन में दुखों का सामना करना पड़ा। भूत-प्रेत की बाधाओं ने उनकी नींद हराम कर दी थी। ममता ने कहा, “मैं सोते समय चिल्लाना चाहती थी, लेकिन बोल नहीं पाती थी। मुझे ऐसा दर्द होता था जैसे मेरे शरीर पर दो किलो मिट्टी लदी हो।”
संघर्ष और निराशा
दुखों के इस दौर में ममता ने कई तांत्रिकों और ओझाओं से भी मदद मांगी, लेकिन कोई राहत नहीं मिली। उन्होंने अपने पति से कहा कि उन्हें तांत्रिक के पास ले जाएं, लेकिन परिवार ने उन्हें रोक दिया। अंततः ममता ने खुद को तलाक देकर अपने मायके लौटने का निर्णय लिया, जहां उन्होंने अपना इलाज करवाने का प्रयास किया।
संत रामपाल जी महाराज से मिलन
एक दिन, ममता के एक मित्र ने उन्हें संत रामपाल जी महाराज के बारे में बताया। उन्होंने कहा, “अगर तुम संत रामपाल जी महाराज से नाम दीक्षा लेगी तो तुम्हारी सभी परेशानियां दूर हो जाएंगी।” ममता ने पहले तो संदेह किया, लेकिन उन्होंने एक चुनौती स्वीकार की: “यदि कबीर साहब पूर्ण परमात्मा हैं, तो मुझे ठीक करें।”
संत रामपाल जी महाराज की कृपा से ममता ने 17 दिनों तक भूत प्रेत की बाधाओं से मुक्त रहने का अनुभव किया। उन्होंने तुरंत नाम दीक्षा लेने का निर्णय लिया।
नया जीवन
नाम दीक्षा लेने के बाद ममता का जीवन पूरी तरह बदल गया। उन्होंने बताया, “संत रामपाल जी महाराज ने मुझे सपने में बताया कि सतनाम का जाप करो और धीरे-धीरे ठीक हो जाओगी।” वास्तव में, कुछ महीनों बाद उनके सभी दर्द समाप्त हो गए। ममता ने कहा, “मेरे कमर दर्द के लिए मैंने पांच सोनोग्राफर कराए थे, लेकिन संत रामपाल जी महाराज के नाम का जाप करने से सब ठीक हो गया।”
प्रेरणा देने वाला संदेश
आज ममता एक सफल महिला हैं, जिन्होंने अपने कठिनाइयों को पार किया है। उन्होंने दर्शकों को सलाह दी कि वे संत रामपाल जी महाराज का सत्संग सुनें, क्योंकि इससे उन्हें मानसिक शांति और ताकत मिलती है।
नाम दीक्षा कैसे लें
ममता ने बताया कि जो लोग संत रामपाल जी महाराज से नाम दीक्षा लेना चाहते हैं, वे साधना चैनल पर दिए गए नंबरों पर संपर्क कर सकते हैं।
ममता साहू की कहानी यह सिखाती है कि सच्ची आस्था और मार्गदर्शन से किसी भी कठिनाई को पार किया जा सकता है। उनकी यात्रा एक प्रेरणा है उन सभी के लिए जो जीवन में संघर्ष कर रहे हैं।
अगर आप भी अपने जीवन की समस्याओं से मुक्ति चाहते हैं, तो संत रामपाल जी महाराज से नाम दीक्षा लें। अधिक जानकारी के लिए जगतगुरु संत रामपाल जी महाराज की आधिकारिक वेबसाइट पर विजिट करें।
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