हमारे पिताजी लंबे समय से हाई बीपी और हाई शुगर जैसी गंभीर समस्याओं से जूझ रहे थे। बीपी इतना अधिक होता था कि इलेक्ट्रॉनिक मशीन भी सही से काम नहीं करती थी। डॉक्टर हमेशा मैन्युअल मशीन से बीपी चेक करते और हर बार यह सवाल उठाते, “ये जिंदा कैसे हैं? खड़े कैसे हैं?” डॉक्टर अक्सर उन्हें तुरंत दवाइयां लेने और अस्पताल में भर्ती होने की सलाह देते थे।
संत रामपाल जी महाराज की शरण में बदलाव
2013 में हमारे पिताजी ने संत रामपाल जी महाराज से नाम दीक्षा ली। उनके बताए गए शास्त्र-सम्मत भक्ति मार्ग और नियमों का पालन करना शुरू किया। नाम दीक्षा लेने के बाद, पिताजी के बीपी और शुगर की स्थिति में चमत्कारी सुधार हुआ। आज उनका स्वास्थ्य पूरी तरह नियंत्रण में है और वे बिना किसी जटिल दवाइयों के स्वस्थ जीवन जी रहे हैं।
भक्ति और विश्वास का अद्भुत परिणाम
संत रामपाल जी महाराज बताते हैं कि पूर्ण परमात्मा सब कुछ करने में सक्षम हैं। उनकी शरण में आने से न केवल हमारे पिताजी का स्वास्थ्य ठीक हुआ बल्कि हमारा पूरा परिवार भक्ति और विश्वास के मार्ग पर चलकर मानसिक और शारीरिक शांति प्राप्त कर रहा है।
आप भी लाभ उठा सकते हैं
अगर आप भी अपनी या अपने परिवार की समस्याओं का समाधान चाहते हैं, तो संत रामपाल जी महाराज से नाम दीक्षा लेकर शास्त्र-सम्मत भक्ति का मार्ग अपनाएं। अधिक जानकारी के लिए जगतगुरु संत रामपाल जी महाराज की आधिकारिक वेबसाइट पर विजिट करें।
संत रामपाल जी महाराज से नामदीक्षा कैसे लें?
अगर आप भी अपने जीवन की समस्याओं से मुक्ति चाहते हैं, तो संत रामपाल जी महाराज से नाम दीक्षा लें। अधिक जानकारी के लिए जगतगुरु संत रामपाल जी महाराज की आधिकारिक वेबसाइट पर विजिट करें।
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