Balod District, Chhattisgarh की Durga Sahu जी ने अपने जीवन के संघर्षों और Sant Rampal Ji Maharaj की शरण में आने के बाद हुए चमत्कारी लाभों को साझा किया।
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Durga Sahu जी ने बताया कि उनका परिवार 2011 से 2019 तक कुल 10 वर्षों तक Radha Swami Panth से जुड़ा था। वे स्वयं कोई विशेष भक्ति नहीं करती थीं, लेकिन जब Navratri, Ganesh Chaturthi, Lakshmi Pooja जैसे पर्व आते थे, तो वे परंपरागत रूप से देवी-देवताओं की पूजा कर लेती थीं।
Sant Rampal Ji Maharaj की शरण में आने का कारण
एक दिन Durga Sahu जी की उनके School Friend “Rahul” से बातचीत हो रही थी। वे उस समय Depression में थीं और अपने जीवन की परेशानियाँ उनसे साझा कर रही थीं। तब उनके दोस्त ने कहा, “पहले आप Sant Rampal Ji Maharaj का Satsang देखना शुरू करें, यह हर दिन Sadhna Channel पर शाम 7:30 से 8:30 तक आता है। इसे पूरे परिवार के साथ देखिए।”
Durga Sahu जी ने अपने पूरे परिवार के साथ लगातार 3 महीने तक Satsang देखा। जब उन्होंने सत्संग से पूरी जानकारी प्राप्त कर ली, तब वे अपने माता-पिता के साथ नजदीकी Naam Diksha Kendra पर गईं और 28 December 2019 को Sant Rampal Ji Maharaj से Naam Diksha ली।
Naam Diksha लेने के बाद हुए चमत्कारी लाभ
1. Depression और Migraine से मुक्ति
• Naam Diksha लेने से पहले Durga Sahu जी गंभीर डिप्रेशन में थीं।
• जब वे किसी से फोन बात करती थीं, तो सबसे पहले रोने लगती थीं और फिर अपनी परेशानी साझा करती थीं।
• हर महीने डॉक्टर को दिखाना पड़ता था, लेकिन कोई समाधान नहीं मिला।
• Migraine की समस्या भी हो गई थी, जिसे डॉक्टरों ने “लाइफटाइम प्रॉब्लम” बताया था।
• कई बार सिर इतना दर्द करता था कि दीवार से टकराने का मन करता था।
• लेकिन Naam Diksha लेने के बाद डिप्रेशन और माइग्रेन पूरी तरह ठीक हो गया।
2. घर में शांति और पिताजी के नशे से मुक्ति
• पहले उनके घर में कई सालों से झगड़े होते रहते थे।
• पिताजी अत्यधिक नशा करते थे, जिससे रोज़ाना विवाद होता था।
• परिवार में हर सदस्य गुस्सैल था, माँ, पिताजी और स्वयं Durga Sahu जी भी।
• जब पिताजी नशे में आते थे, तो घर में तमाशा जैसा माहौल बन जाता था।
• पहले उनके माता-पिता Radha Swami Panth में 10 साल तक जुड़े रहे थे, लेकिन वहाँ जाने के बावजूद नशा नहीं छूटा।
• Sant Rampal Ji Maharaj से Naam Diksha लेने के बाद पिताजी का नशा पूरी तरह छूट गया और घर में शांति आ गई।
3. जीवन में नई दिशा और आत्मिक ज्ञान
• Durga Sahu जी एक BA Final Year की Student हैं और Civil Services की तैयारी कर रही हैं।
• पहले वे सिर्फ सामान्य पढ़ाई और धर्म में बिना ज्ञान के विश्वास रखती थीं।
• Naam Diksha लेने के बाद उन्होंने जाना कि असली भक्ति क्या है और शास्त्रों के अनुसार मोक्ष कैसे प्राप्त किया जा सकता है।
Sant Rampal Ji Maharaj की भक्ति – अंधश्रद्धा या प्रमाणित ज्ञान?
Durga Sahu जी ने बताया कि कई लोग कहते हैं कि “Sant Rampal Ji Maharaj से जुड़ने वाले लोग अंधश्रद्धा में फँस जाते हैं।” लेकिन उन्होंने कहा कि –
“जो भी व्यक्ति यह सोचता है, उसे पहले खुद 7:30 से 8:30 तक आने वाले Satsang को देखना चाहिए। वहाँ एक-एक उंगली रखकर वेद, गीता, कुरान और अन्य धार्मिक ग्रंथों से प्रमाणित ज्ञान दिया जाता है। यदि आपको लगता है कि यह गलत है, तो अपने शास्त्रों से तुलना करें और खुद निर्णय लें। यहाँ अंधश्रद्धा का कोई स्थान ही नहीं है।”
Sant Rampal Ji Maharaj से Naam Diksha कैसे लें?
जब उनसे पूछा गया कि “Sant Rampal Ji Maharaj से Naam Diksha कैसे ली जा सकती है?”, तो Durga Sahu जी ने बताया कि –
1. TV Channels पर Sant Rampal Ji Maharaj का Satsang आता है, जिसमें पीली पट्टी (Yellow Scrolling Line) में नंबर दिया होता है।
2. उस नंबर पर Call या SMS करके Gyan Ganga और Jeene Ki Raah पुस्तकें मंगवाएँ।
3. इन पुस्तकों को पढ़ें और अपने शास्त्रों से तुलना करें।
4. नजदीकी Naam Diksha Kendra का पता लेकर वहाँ जाएं और Naam Diksha प्राप्त करें।
निष्कर्ष
Durga Sahu जी का यह अनुभव यह प्रमाणित करता है कि –
• Sant Rampal Ji Maharaj से Naam Diksha लेने के बाद Depression और Migraine जैसी बीमारियाँ ठीक हो गईं।
• पिताजी का नशा पूरी तरह छूट गया और घर में शांति आ गई।
• शारीरिक और मानसिक समस्याओं से मुक्ति मिली।
• असली भक्ति और मोक्ष का मार्ग समझ में आया।
यदि आप भी Depression, मानसिक अशांति, या पारिवारिक समस्याओं से जूझ रहे हैं, तो Sant Rampal Ji Maharaj से Naam Diksha लेकर Satbhakti करें और अपने जीवन को सुखमय बनाएं।