संत रामपाल जी महाराज की कृपा से कुपोषण और बीमारी से मुक्ति: एक चमत्कारी अनुभव

संत रामपाल जी महाराज की कृपा से कुपोषण और बीमारी से मुक्ति: एक चमत्कारी अनुभव

परिचय

यह एक सच्ची कहानी है, जिसमें एक परिवार ने संत रामपाल जी महाराज की कृपा से अपनी बेटी की गंभीर समस्याओं का समाधान पाया। बच्ची कुपोषण की शिकार थी, और अन्य कई उपचारों के बावजूद उसका स्वास्थ्य दिन-ब-दिन गिरता जा रहा था। लेकिन जब इस परिवार ने संत रामपाल जी महाराज से नाम दीक्षा लेकर उनकी भक्ति विधि को अपनाया, तो बच्ची का स्वास्थ्य चमत्कारिक रूप से ठीक हो गया।


कुपोषण और झाड़-फूंक में संघर्ष

साक्षात्कारकर्ता ने बताया कि उनकी बेटी का वजन बहुत कम हो गया था, जिससे वह कुपोषण का शिकार हो गई थी।

“हमने उसे पहले कई जगह दिखाया, झाड़-फूंक करवाई, और तांत्रिकों के पास भी गए। तांत्रिक बोलते थे कि उसे बाहरी हवा लगी है या कोई उसके पीछे लगा हुआ है।”

इस तरह झाड़-फूंक और अंधविश्वास में परिवार ने काफी पैसा और समय बर्बाद किया। लेकिन इसका कोई सकारात्मक परिणाम नहीं निकला।


संत रामपाल जी महाराज की शरण में आने का निर्णय

समस्या से थक-हारकर, इस परिवार ने संत रामपाल जी महाराज से नाम दीक्षा ली। इसके बाद उनके जीवन में बड़ा बदलाव आया।

“संत रामपाल जी महाराज से नाम दीक्षा लेने के बाद मेरी बेटी का वजन धीरे-धीरे बढ़ना शुरू हुआ और वह पूरी तरह से ठीक हो गई।”

यह चमत्कारी बदलाव उनके विश्वास को और दृढ़ कर गया।


कमर में फोड़ा और पैरों की सूजन

इसके अलावा, बच्ची की कमर में एक फोड़ा हो गया था, जिसके कारण पैरों में सूजन हो गई थी और वह चल भी नहीं पा रही थी।

“हमने संत रामपाल जी महाराज से अरदास लगाई। अगले ही दिन जो बच्ची बिस्तर से उठ नहीं सकती थी, वह खुद चलकर मेरे पास आई।”

यह घटना परिवार के लिए एक चमत्कार से कम नहीं थी।


संत रामपाल जी महाराज की कृपा का अनुभव

साक्षात्कारकर्ता ने अपनी भावनाएं व्यक्त करते हुए कहा:

“यह सब संत रामपाल जी महाराज की कृपा से संभव हुआ। उन्होंने हमारी बेटी को नया जीवन दिया।”


संदेश: सही भक्ति ही समाधान है

यह कहानी हमें सिखाती है कि झाड़-फूंक और अंधविश्वास में भटकने के बजाय, सही भक्ति और परमात्मा की शरण में जाने से सभी समस्याओं का समाधान हो सकता है।

“संत रामपाल जी महाराज का ज्ञान और उनकी भक्ति विधि हमें सच्चे मार्ग पर ले जाती है, जो हमारे जीवन को सुख और समाधान प्रदान करती है।”


संत रामपाल जी महाराज से कैसे जुड़ें?

संत रामपाल जी महाराज से जुड़ने के लिए:

  • उनके सत्संग अंतरराष्ट्रीय चैनलों पर प्रसारित होते हैं।
  • सत्संग के दौरान पीली पट्टी पर दिए गए संपर्क नंबर पर कॉल करें।
  • नज़दीकी नामदान केंद्र पर जाकर निशुल्क नाम दीक्षा प्राप्त करें।

निष्कर्ष

संत रामपाल जी महाराज के आशीर्वाद से परिवार ने अपनी बेटी के स्वास्थ्य को वापस पाया। यह कहानी हमें सिखाती है कि परमात्मा की शरण में आने से जीवन की हर समस्या का समाधान संभव है।

यदि आप भी अपनी परेशानियों से मुक्ति पाना चाहते हैं, तो संत रामपाल जी महाराज से नाम दीक्षा लेकर सही भक्ति मार्ग पर चलें और अपना कल्याण कराएं।

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