यह कहानी अनंत राम सोनी जी की है, जो गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं के चलते जीवन से निराश हो चुके थे। डॉक्टर्स ने नस दबने, शुगर, और BP के इलाज के लिए महंगे ऑपरेशन की सलाह दी थी। लेकिन जब उन्होंने संत रामपाल जी महाराज से नाम दीक्षा ली, तो बिना किसी दवा और ऑपरेशन के वह पूर्ण रूप से स्वस्थ हो गए।
बीमारी और संघर्ष: इलाज के लिए भटकाव
साक्षात्कारकर्ता ने बताया कि वह गंभीर शारीरिक पीड़ा से ग्रस्त थे:
- हाथ और पैर ठंडे रहते थे।
- सीढ़ियां चढ़ना और चलना भी मुश्किल था।
- डॉक्टर्स ने MRI के बाद नस दबने की समस्या बताई और महंगा ऑपरेशन सुझाया।
- BP, शुगर, और कोलेस्ट्रोल का स्तर भी बढ़ा हुआ था।
“डॉक्टर्स ने कहा था कि ऑपरेशन में ढाई-तीन लाख रुपए लगेंगे और जान बचने की भी गारंटी नहीं थी।”
आर्थिक तंगी और बीमारी की मार ने उन्हें मानसिक रूप से भी तोड़ दिया था।
संत रामपाल जी महाराज की शरण में आने का निर्णय
इस निराशा के बीच उन्होंने एक दिन संत रामपाल जी महाराज का सत्संग सुना।
“संत रामपाल जी महाराज ने स्वप्न में मुझसे कहा, ‘बेटा, तू मेरी शरण में आ जा, तू ठीक हो जाएगा।'”
यह सुनकर उन्होंने संत रामपाल जी महाराज से नाम दीक्षा ली और उनके द्वारा बताए गए सत मंत्र का जाप शुरू किया।
चमत्कारी लाभ: बिना ऑपरेशन और दवा के ठीक हुए
नाम दीक्षा लेने के बाद अनंत राम जी का स्वास्थ्य धीरे-धीरे सुधरने लगा:
- नस दबने की समस्या समाप्त हो गई।
- BP, शुगर, और कोलेस्ट्रोल पूरी तरह सामान्य हो गए।
- बिना किसी ऑपरेशन और दवाई के वह पूर्ण रूप से स्वस्थ हो गए।
“अब मैं बिना दवा के पूरी तरह से ठीक हूँ और खेती-बाड़ी का काम करता हूँ।”
आर्थिक लाभ: खेती में चमत्कार
बीमारी के कारण अनंत राम जी पर कर्ज भी हो गया था। उन्होंने संत रामपाल जी महाराज से प्रार्थना की और जल्द ही चमत्कारी लाभ हुआ:
“पहले मेरी खेती में 100 कट्टा धान होता था। लेकिन इस बार परमात्मा की कृपा से 250 कट्टा धान हुआ। यह संत रामपाल जी महाराज की ही दया है।”
संदेश: संत रामपाल जी महाराज की शरण में आएं
साक्षात्कारकर्ता ने सभी दर्शकों से अपील करते हुए कहा:
“अगर आप भी किसी बीमारी या समस्या से ग्रस्त हैं, तो संत रामपाल जी महाराज से नाम दीक्षा लें। उनकी भक्ति विधि अपनाकर जीवन के सभी कष्ट दूर कर सकते हैं।”
संत रामपाल जी महाराज से कैसे जुड़ें?
- संत रामपाल जी महाराज के सत्संग विभिन्न टीवी चैनलों पर प्रसारित होते हैं।
- सत्संग के दौरान नीचे पीली पट्टी में संपर्क नंबर दिए जाते हैं।
- उन नंबरों पर कॉल करके नज़दीकी नामदान केंद्र का पता करें।
- नामदान केंद्र जाकर निशुल्क नाम दीक्षा प्राप्त करें और अपना कल्याण कराएं।
निष्कर्ष
अनंत राम सोनी जी का अनुभव यह सिद्ध करता है कि संत रामपाल जी महाराज से जुड़ने पर असंभव भी संभव हो सकता है। सही भक्ति और परमात्मा की कृपा से हर बीमारी और समस्या का समाधान संभव है।
“संत रामपाल जी महाराज की शरण में आएं और अपनी समस्याओं से मुक्ति पाकर सुखमय जीवन जीएं।”