राजेश कुमार नाग, छत्तीसगढ़ पुलिस में पदस्थ एक कांस्टेबल, ने अपने जीवन के अद्भुत अनुभव साझा किए। वे पहले पारंपरिक पूजा-पाठ और अन्य गुरुओं की साधनाओं से जुड़े थे, लेकिन इनमें उन्हें कोई लाभ नहीं मिला। जब उन्होंने संत रामपाल जी महाराज की शरण ली, तो उनका जीवन सकारात्मक रूप से बदल गया।
पारंपरिक पूजा और गुरुओं से निराशा
राजेश कुमार पहले ब्रह्मा, विष्णु, महेश और दुर्गा की पूजा करते थे। उन्होंने कई गुरुओं से दीक्षा भी ली, जिनमें राजस्थान के गुरुदेव पंथ शामिल थे। यहां उनसे विभिन्न साधनाओं के नाम पर अलग-अलग शुल्क लिए गए। लेकिन इन साधनाओं से उन्हें न कोई आध्यात्मिक शांति मिली और न ही सांसारिक लाभ।
संत रामपाल जी महाराज की शरण में आने का सफर
राजेश कुमार के ससुर, जो 2013 से संत रामपाल जी महाराज के शिष्य थे, ने उन्हें भक्ति और शास्त्र-सम्मत साधना के महत्व के बारे में बताया। संत रामपाल जी महाराज के सत्संग सुनने और शास्त्रों की गहराई से अध्ययन करने के बाद, उन्होंने 2016 में नाम दीक्षा ली। इसके बाद उनके जीवन में कई चमत्कारी बदलाव हुए।
आध्यात्मिक और सांसारिक लाभ
- भूत-प्रेत बाधा से मुक्ति
राजेश कुमार की माता जी को 30-40 सालों से भूत-प्रेत की बाधा थी। झाड़-फूंक और बलि देने के बावजूद समस्या बनी रही। संत रामपाल जी महाराज से नाम दीक्षा लेने के बाद उनकी माता जी पूरी तरह ठीक हो गईं, और घर का माहौल शांतिपूर्ण हो गया। - बेटी की चमत्कारी स्वास्थ्य सुधार
उनकी नवजात बेटी को गंभीर पेट की समस्या थी। डॉक्टरों ने सर्जरी की सलाह दी थी, लेकिन नाम शुद्धिकरण के बाद बच्ची बिना किसी सर्जरी के पूरी तरह स्वस्थ हो गई। - पिता जी का हाई बीपी और शुगर नियंत्रण
राजेश कुमार के पिता जी, जो गंभीर बीपी और शुगर की समस्याओं से जूझ रहे थे, अब पूरी तरह स्वस्थ हैं। - नाम दीक्षा निशुल्क
राजेश कुमार ने बताया कि संत रामपाल जी महाराज की शरण में नाम दीक्षा और शास्त्र आधारित ज्ञान पूरी तरह निशुल्क दिया जाता है।
संत रामपाल जी महाराज का शास्त्र-सम्मत ज्ञान
संत रामपाल जी महाराज ने राजेश कुमार को यह सिखाया कि शास्त्र-सम्मत भक्ति के माध्यम से ही जीवन की समस्याओं का समाधान संभव है। उन्होंने सृष्टि रचना का सही ज्ञान और भगवान, ब्रह्मा, विष्णु, महेश, और देवी-देवताओं की वास्तविक स्थिति के बारे में बताया।
संत रामपाल जी महाराज से नामदीक्षा कैसे लें?
अगर आप भी अपने जीवन की समस्याओं से मुक्ति चाहते हैं, तो संत रामपाल जी महाराज से नाम दीक्षा लें। अधिक जानकारी के लिए जगतगुरु संत रामपाल जी महाराज की आधिकारिक वेबसाइट पर विजिट करें।
Read More Articles: satruestory.com