मध्य प्रदेश के उदयभान बंसल, जो सागर जिले के रामपुर गांव के निवासी हैं, ने अपने जीवन में भूत-प्रेत बाधा और तंत्र विद्या के चलते अनेक कष्ट झेले। देवी-देवताओं की भक्ति और व्रत करने के बावजूद उनकी समस्याएं बनी रहीं। अंततः उन्होंने संत रामपाल जी महाराज का सत्संग सुनकर नाम दीक्षा ली और उनके जीवन में अद्भुत परिवर्तन आया।
संत रामपाल जी महाराज की शरण में आने का सफर
1. प्रारंभिक भक्ति साधनाएँ:
- ब्रह्मा, विष्णु, महेश, देवी-देवताओं की पूजा।
- तीन वर्षों तक हनुमान जी का व्रत किया।
- पास के हरसिद्धि माता मंदिर में पूजा की।
2. सत्संग से प्रेरणा:
- सत्संग में सुना कि संसार के निर्माण से पहले पूर्ण परमात्मा थे।
- ज्ञान गंगा पुस्तक पढ़कर शास्त्रानुकूल ज्ञान समझा।
- संत रामपाल जी महाराज के शरण में आने का निर्णय लिया।
नाम दीक्षा के बाद प्राप्त लाभ
1. तंत्र बाधा और भूत-प्रेत से मुक्ति:
- पड़ोसियों ने तंत्र विद्या से परेशान किया।
- भूत-प्रेत के प्रभाव से जीवन में अत्यधिक कष्ट हुआ।
- संत रामपाल जी महाराज के मंत्र जाप से तंत्र बाधा और भूत-प्रेत के सभी प्रभाव समाप्त हो गए।
- अब तंत्र विद्या का असर नहीं होता, बल्कि उल्टा पड़ोसियों पर होता है।
2. मानसिक और आर्थिक स्थिरता:
- प्रतिदिन 200 रुपये मजदूरी से छह लोगों का पालन-पोषण सुचारू रूप से कर रहे हैं।
- परमात्मा की कृपा से मोटरसाइकिल की व्यवस्था हुई।
3. स्वास्थ्य में सुधार:
- शरीर और तलवों की जलन पूरी तरह समाप्त हो गई।
- मंत्र जाप से शारीरिक और मानसिक शांति प्राप्त हुई।
संदेश: संत रामपाल जी महाराज के शरण में आने का महत्व
“संत रामपाल जी महाराज शास्त्रानुकूल भक्ति का मार्ग दिखाते हैं, जो हर समस्या का समाधान और मोक्ष का मार्ग प्रदान करता है।”
उदयभान बंसल का सभी भक्तों से निवेदन:
- “जल्द से जल्द संत रामपाल जी महाराज की शरण में आएं।”
- “सत्संग सुनें और शास्त्रानुकूल भक्ति अपनाएं।”
- “सच्चे मार्ग पर चलकर अपने जीवन को सार्थक बनाएं।”
कैसे लें नाम दीक्षा?
- टीवी चैनल्स पर सत्संग देखें:
- साधना चैनल और अन्य चैनलों पर संत रामपाल जी महाराज का सत्संग प्रसारित होता है।
- सत्संग के दौरान पीली पट्टी में दिए गए नंबर पर संपर्क करें।
- सोशल मीडिया:
- यूट्यूब, फेसबुक, और ट्विटर पर “Sant Rampal Ji Maharaj” सर्च करें।
- सत्संग वीडियो और जानकारी प्राप्त करें।
- नजदीकी नामदीक्षा केंद्र:
- अपने क्षेत्र में मौजूद केंद्र पर जाकर नाम दीक्षा लें।
निष्कर्ष
संत रामपाल जी महाराज की कृपा से उदयभान बंसल ने तंत्र बाधा, भूत-प्रेत के प्रभाव और आर्थिक समस्याओं से छुटकारा पाया। उनका अनुभव यह प्रमाणित करता है कि शास्त्रानुकूल भक्ति और सच्चे गुरु के मार्गदर्शन से हर समस्या का समाधान संभव है।
“संत रामपाल जी महाराज की शरण में आएं और अपने जीवन को शांति, समृद्धि और मोक्ष के मार्ग पर ले जाएं।”